आइये कवियायें !
कविता आदमी का निजी मामला नहीं है
एक दूसरे तक पहुंचने का पुल हैअब वही आदमी पुल बनाएगा जो पुल पर चलते आदमी की
सुरक्षा कर सकेगा।
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