आइये कवियायें !
शब्द किस तरहकविता बनते हैंइसे देखोअक्षरों के बीच गिरे हुएआदमी को पढ़ोक्या तुमने सुना कि यहलोहे की आवाज़ है यामिट्टी में गिरे हुए खूनका रंग।
लोहे का स्वादलोहार से मत पूछोघोडे से पूछोजिसके मुंह में लगाम है।
धूमिल
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